Sunday 31 May 2020

बाढ़ को जिला बनाने को लेकर आंदोलन हुआ तेज सैंकड़ों की संख्या में बाढ़ से पटना तक पैदल यात्रा कर रहे है लोग...

बाढ़ को जिला बनाने को लेकर आंदोलन हुआ तेज सैंकड़ों की संख्या में बाढ़ से पटना तक पैदल यात्रा कर रहे है लोग...
आपको बताते चले कि बाढ़ पटना जिला के अंतर्गत आता है। यह शहर गंगा नदी के किनारे पर बसा हुआ है। 1964 ई में इस शहर को अनुमंडल का दर्जा प्राप्त हुआ था। 90 के दशक से बाढ़ को जिला बनाने का मांग किया जा रहा है। और इसमें सफलता भी हाथ लगा था। बाढ़ को एक दिन के लिए जिला भी बनाया गया था। लेकिन सियासत की मार ने उससे यह अधिकार छीन लिया। और यह फिर से अनुमंडल बनकर रह गया। बाढ़ को जिला बनाये जाने के पीछे जो कहानी है वो मैं आपको बताता हूँ।

Barh ko district kab bnaya gaya tha?
बाढ़ को जिला कब बनाया गया था ?
When was Barh made a district ?

बाढ़ की जनता 1990 से बाढ़ को जिला बनाये जाने की मांग कर रहा है। एक साल बाद सरकार ने जनता की मांगों को पूरा करने का फैसला कर लिया था। और बाढ़ को अविभाजित बिहार का 51वां जिला 22 मार्च 1991 को बनाया गया था। लेकिन इसका उदघाटन 1 अप्रैल 1991 को किया गया था। उस समय पटना के डीएम अरविन्द प्रसाद थे। उन्होंने ही पहले जिला अधिकारी के रूप में मुख्यालय में झंडा तोलन करके उदघाटन किया था। लेकिन उदघाटन के अगले ही दिन सियासी कारणों की बजह से बाढ़ को जिला की सूची से हटा दिया गया था। इस तरह से बाढ़ मात्र एक दिन के लिए जिला बनकर फिर से अनुमंडल बन गया।

अब इसको लेकर भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेश कुमार राजू फिर से ताल ठोक दिया है। जिससे स्थानीय सियासत फिर से गरमा गई है। बाढ़ को जिला बनाये जाने को लेकर राजू ने बाढ़ से पटना तक पैदल यात्रा निकाला है जिसमे करीब सैकड़ों लोग सामिल है। यह यात्रा बाढ़, अथमलगोला, बख्तियारपुर, खुसरूपुर होते हुए बैकटपुर पहुँच गई है। आज की रात्रि का विश्राम बैकटपुर शिवमंदिर में किया जाएगा। कल यह यात्रा पुनः फतुहा, पटना सिटी, राजेंद्र नगर होते हुए मुख्यमंत्री आवास पटना पहुँचेगी। जहाँ बाढ़ को जिला बनाये जाने को लेकर मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा।