कश्मीर से धारा 370 हटाने पर बौखलाये पाकिस्तान ने इस बार कर दिया यह गलती...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में कई सारे ऐसे फैसले लिए गए है जिसे इतिहास के पन्नो में दर्ज किया जाएगा। ऐसा ही एक ऐतिहासिक फैसला कश्मीर से धारा 370 हटाने पर था। 5 अगस्त 2019 को धारा 370 हटाया गया। इसे हटाये जाने पर पूरे देश मे खुशी की लहर दौड़ गई। वही कुछ नेताओं ने इसका विरोध किया। तो जनता ने विरोध करने बाले नेताओं का पुतला दहन किया। अब यह सब भारत का घरेलू मामला है इससे पाकिस्तान को क्या लेना देंना है।
आपको बताते चले कि कश्मीर दो हिस्सों में बंटा हुआ है एक हिस्सा भारत के कब्जे में है तो दूसरा हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में है। ऐसे में पाकिस्तान को लगता है, गलतफहमी है कि भारत के कब्जे बाला कश्मीर भी उसी का है। यह सपना आजादी के बाद से ही पाकिस्तान अपने मन मे देख रहा था। लेकिन 5 अगस्त को उसका सपना चूर चूर हो गया। भारत के नेताओं द्वारा धारा 370 का विरोध करना पाकिस्तान के लिए डूबते हुए नदी में तिनके का सहारा मिलना बाली बात हो गई। और उसे लगने लगा कि भारत हमारे साथ गलत कर रहा है।
इस बात से तिलमिलाए पाकिस्तान बचकानी हरकतें करने लगा। और इस हरकतों में उसने कई सारी गलतियां कर दिया। उसने इस्लामाबाद में भारत के हाई कमिश्नर अजय विसरिया को निष्कासित कर दिया, भारत के साथ कूटनीतिक रिश्तों को बन्द कर दिया, हद तो तब हो गई जब पाकिस्तान के रेलमंत्री शेख राशिद ने भारत पाकिस्तान के बीच चलने बाली समझौता एक्सप्रेस ट्रेन पर रोक लगा दिया। समझौता एक्सप्रेस पाकिस्तान से आने बाली थी लेकिन नही आई पाकिस्तान ने सुरक्षा का हवाला देकर यह कहा कि हालात को देखते हुए हमारा कोई भी रेलगाड़ी चालक भारत नही जाना चाहता है। इसलिए भारत इंजन के साथ चालक भेजे और अपना रेलगाड़ी ले जाए। उसके बाद यहाँ से इंजन और चालक को भेजकर गाड़ी मंगाया गया। इन सब हरकतों से उल्टे पाकिस्तान को ही नुकसान होने बाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में कई सारे ऐसे फैसले लिए गए है जिसे इतिहास के पन्नो में दर्ज किया जाएगा। ऐसा ही एक ऐतिहासिक फैसला कश्मीर से धारा 370 हटाने पर था। 5 अगस्त 2019 को धारा 370 हटाया गया। इसे हटाये जाने पर पूरे देश मे खुशी की लहर दौड़ गई। वही कुछ नेताओं ने इसका विरोध किया। तो जनता ने विरोध करने बाले नेताओं का पुतला दहन किया। अब यह सब भारत का घरेलू मामला है इससे पाकिस्तान को क्या लेना देंना है।
आपको बताते चले कि कश्मीर दो हिस्सों में बंटा हुआ है एक हिस्सा भारत के कब्जे में है तो दूसरा हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में है। ऐसे में पाकिस्तान को लगता है, गलतफहमी है कि भारत के कब्जे बाला कश्मीर भी उसी का है। यह सपना आजादी के बाद से ही पाकिस्तान अपने मन मे देख रहा था। लेकिन 5 अगस्त को उसका सपना चूर चूर हो गया। भारत के नेताओं द्वारा धारा 370 का विरोध करना पाकिस्तान के लिए डूबते हुए नदी में तिनके का सहारा मिलना बाली बात हो गई। और उसे लगने लगा कि भारत हमारे साथ गलत कर रहा है।
इस बात से तिलमिलाए पाकिस्तान बचकानी हरकतें करने लगा। और इस हरकतों में उसने कई सारी गलतियां कर दिया। उसने इस्लामाबाद में भारत के हाई कमिश्नर अजय विसरिया को निष्कासित कर दिया, भारत के साथ कूटनीतिक रिश्तों को बन्द कर दिया, हद तो तब हो गई जब पाकिस्तान के रेलमंत्री शेख राशिद ने भारत पाकिस्तान के बीच चलने बाली समझौता एक्सप्रेस ट्रेन पर रोक लगा दिया। समझौता एक्सप्रेस पाकिस्तान से आने बाली थी लेकिन नही आई पाकिस्तान ने सुरक्षा का हवाला देकर यह कहा कि हालात को देखते हुए हमारा कोई भी रेलगाड़ी चालक भारत नही जाना चाहता है। इसलिए भारत इंजन के साथ चालक भेजे और अपना रेलगाड़ी ले जाए। उसके बाद यहाँ से इंजन और चालक को भेजकर गाड़ी मंगाया गया। इन सब हरकतों से उल्टे पाकिस्तान को ही नुकसान होने बाला है।