Sunday, 31 May 2020

परम्परागत किया गया आदर्श ग्राम डोमा में खस्सी को बली देकर ग्रामीण पूजा...

परम्परागत किया गया आदर्श ग्राम डोमा में खस्सी को बली देकर ग्रामीण पूजा...

Bakhtiyarpur :- बख्तियारपुर के आदर्श ग्राम डोमा में बर्षो से चली आ रही परम्परा के अनुसार खस्सी को बली देकर ग्रामीण पूजा किया गया। जिसमे गाँव के सैकड़ों लोग सामिल हुये। ग्रामीणों के अनुसार इस गाँव मे स्थापित देवी माता के मंदिर में यह परम्परा बर्षो से चली आ रही है। जिसमे माता के मंदिर के सामने मंदिर के प्रांगण में खस्सी को बली दिया जाता है। बली देने के बाद उसके खून को माथे पर तिलक के रूप मे लगाया जाता है।
सावन महीना के आखरी मंगलवार या शनिवार के दिन इस ग्रामीण पूजा को किया जाता है। इस दिन को बर्षो पहले निर्धारित किया गया था। बली दिया गया खस्सी को लोग प्रसाद के रूप में खाते है। लोगों के अनुसार इसे बनाते समय इसमें लहसुन प्याज नही दिया जाता है। फिर भी खाने में यह बहुत स्वादिष्ट लगता है। वही सावन में जो लोग लहसुन प्याज तक नही खाते है उनका कहना है कि वे प्रसाद के रूप में ग्रहण कर लेते है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो सावन में इस तरह का प्रसाद खाना नही खाते है।
इस देवी माता के मंदिर से मांग किये गए मनोकामना को पूरा होने पर इस दिन खस्सी को बली दिया जाता है।  जिन जिन लोगों का मनोकामना पूरा हो जाता है वे लोग खस्सी को बली देते है। इस बार लगभग 14 की संख्या में खस्सीयों को बलि दिया गया।